नई सोच नई दिशा एक सार्थक अवधारणा - सुभाष घई
राजस्थान फिल्म फेस्टिवल के इतिहास में पहली बार हुआ है की
सुभाष घई समारोह के मुख्य अतिथि बने। उन्होंने बड़ी खुशी महसूस करते हुए राजस्थान
फिल्म फेस्टिवल की अवधारणा नई सोच नई दिशा को सार्थक बताया और कहा की अगर कोई नई
सोच और नई दिशा के साथ चलता है तो उसकी आधी मुश्किलें तो वैसे ही आसान हो जाती है।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा राजस्थान कला, साहित्य और
संस्कृति का भंडार है, हमें हमारे कल्चर
को प्रमोट करते हुए फिल्मो का निर्माण करना चाहिये, हमे किसी और का अनुसरण न करते हुए स्वंयं के
साहित्य और संस्कृति का अनुसरण करना चाहिए।
उन्होंने बताया की सिनेमा केवल मनोरंजन नहीं है सिनेमा अपनी कला एव
संस्कृति को हर जगह पहुँचाने का सबसे बड़ा माध्यम है अगर हमें अपने सिनेमा को उठाना
है तो केवल सरकार के भरोसे बैठना उचित नहीं है, हमें स्वयं को प्रयास करने होगें तभी राजस्थानी सिनेमा आगे बढेगा।
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