मैं
कोई कलाकार तो
नहीं हुँ पर
कला और कलाकारों
की दिल से
इज़्ज़त करता हुँ क्योंकि
मुझ कला से
बेहद लगाव है और जब
राजस्थानी कला , संस्कृति एवं
सिनेमा की
बात चलती है
तो मै
खींचा चला आता
हुँ।
मेरे लिए शुरू
से ही ये
रहा है कि
मैं राजस्थानी कला,
संस्कृति एंव सिनेमा
के लिए कुछ
करू और एक
दिन मुझे २०१४
के राजस्थान फिल्म
फेस्टिवल को देखने
का अवसर प्राप्त
हुआ। मेरा
मन प्रसन्न हो
गया और मैने
अगले फेस्टिवल से
जुड़ने की ठान
ली। मै
संजना जी से
मिला उन्हें अपने
दिल की बात
बताई और उन्होंने
मान ली। बस फिर
क्या था मेरे
अरमानों के पंख
लग गये और
मैने अपनी कंपनी
सिनेक्स विज़न को
कंचन कैसेटस का
सहभागी बनाकर २०१५ के
राजस्थान फिल्म फेस्टिवल को
सफल बनाया।
अब तो दिल
सा बस एक
ही तमन्ना है
कि राजस्थानी कला
,संस्कृति एवं सिनेमा
विश्व के कोने-कोने मे
फैले और इसके
लिये मे हर
संभव प्रयास करता
रहूँगा।
जय जय राजस्थान
देवेन्द्र शर्मा (डायरेक्टर)
सिनेक्स विज़न
No comments:
Post a Comment